Mukhyamantri Vatsalya Yojana 2025: उत्तराखंड सरकार ने राज्य के अनाथ बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू की है। इस योजना के तहत उन बच्चों को वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। जो बच्चे अनाथ हैं, उन्हें सरकार हर महीने आर्थिक मदद देगी।
इस लेख में आपको मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की पूरी जानकारी दी जाएगी। इसमें हम बताएंगे:
- मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना क्या है?
- इस योजना के लाभ और उद्देश्य
- पात्रता और जरूरी दस्तावेज
- आवेदन करने की प्रक्रिया
इसलिए, हमारी आपसे गुजारिश है कि इस लेख को आखिर तक पढ़ें, ताकि आपको मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के बारे में पूरी जानकारी मिल सके।
Mukhyamantri Vatsalya Yojana 2025
योजना का नाम | एनपीएस वात्सल्य योजना |
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🚺 शुरू की गई | वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा। |
🚺 कब शुरू की गई | 18 सितंबर 2024 |
🚺 सम्बन्धित विभाग | पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण। |
🚺 वर्ष | 2025 |
🚺 लाभार्थी | देश के जरूरतमंद बच्चे। |
🚺 उद्देश्य | माता-पिता तथा अभिभावकों द्वारा दीर्घकालिक निवेश के माध्यम से नाबालिग बच्चों का वित्तीय भविष्य सुरक्षित करना। |
🚺 लाभ | बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए पेंशन। |
🚺 न्यूनतम निवेश राशि | 1000 रुपये। |
🚺 आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन। |
🚺 ऑफिशियल वेबसाइट | https://enps.nsdl.com |
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना 2025
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू की। इस योजना के तहत उन बच्चों को हर महीने ₹3000 की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिनके माता-पिता का निधन कोरोना संक्रमण के कारण हुआ। यह सहायता 21 साल की उम्र तक दी जाएगी। इसके साथ ही, बच्चों को नि:शुल्क राशन और नि:शुल्क शिक्षा भी दी जाती है।
योजना के तहत पात्र बच्चों को सरकारी नौकरियों में 5% क्षैतिज आरक्षण का लाभ मिलता है। बच्चों की सुरक्षा के लिए उनकी पैतृक संपत्ति को बेचने पर रोक लगाई गई है। इसके अलावा, बच्चों को रोजगार प्रशिक्षण भी दिया जाता है। योजना का संचालन एक एमआईएस पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है, जहां बच्चे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का मुख्य उद्देश्य कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता देकर उनका भरण-पोषण और संरक्षण करना है। इसके जरिए बच्चों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की कोशिश की जा रही है, ताकि उन्हें दूसरों पर निर्भर न रहना पड़े।
Mukhyamantri Vatsalya Yojana 2025 के लाभ
- बच्चों को हर महीने ₹3000 की आर्थिक मदद दी जाती है।
- 21 साल की उम्र तक यह सहायता जारी रहती है।
- बच्चों की शिक्षा और पोषण की जिम्मेदारी सरकार उठाती है।
- पात्र बच्चों को 5% नौकरियों में आरक्षण मिलता है।
- रोजगार के लिए विशेष प्रशिक्षण की सुविधा दी जाती है।
- बच्चों की पैतृक संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है।
Mukhyamantri Vatsalya Yojana 2025 पात्रता और दस्तावेज
- आवेदक उत्तराखंड का स्थायी निवासी हो।
- माता-पिता या अभिभावक का निधन कोरोना संक्रमण के कारण हुआ हो।
- आवेदक के पास बैंक खाता और अन्य जरूरी दस्तावेज हों।
जरूरी दस्तावेज: आधार कार्ड, बैंक पासबुक, निवास प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो और माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र।
Mukhyamantri Vatsalya Yojana आवेदन कैसे करें?
- महिला अधिकारिता और बाल विकास विभाग की वेबसाइट wecd.uk.gov.in पर जाएं।
- “मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना” पर क्लिक करें और आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें।
- फॉर्म में सभी जानकारी भरें और जरूरी दस्तावेज संलग्न करें।
- फॉर्म को संबंधित विभाग में जमा करें।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना अनाथ बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह बच्चों को आर्थिक मदद, शिक्षा, और रोजगार का अवसर प्रदान कर उनके बेहतर भविष्य की दिशा में कदम उठाती है। पात्र बच्चे इस योजना का लाभ लेकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं।